रविवार, 8 मार्च 2009

रंगों की दुनिया


त्यौहार कोई भी क्यो न हो सभी के चहेरे पर एक खुशी ला देता है


और खास कर की रंगों का त्यौहार होली तो आने से पहेले ही आदमी को मस्ती के माहोल में ढलने को प्रेरित करता है फिर चाहे कोई छोटा हो या बड़ा रंग सभी को अपनी और आकर्षित करते है यही वो पल होते है जब इंसान अपने सभी गिले शिकवे मिटा कर सभी को एक ही रंग में रंग लेता है और रंगोंकी मस्ती में सराबोर हो कर सभी गमो को भुला कर , अपनी भागती दोड़ती जिन्दगी में से कुछ पल पुरे आनंद के साथ जीता है


मैंआप सभी को होली की बहुत बहुत शुब्कामनाए देती हु और आशा करती हु की आप सभी की होली मंगलमय हो

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