
जिस विषय पर सारी दुनिया में विवाद है भारी,
वह कॉमनवेल्थ २०१० खेलो की है तेयारी
झेल रही है जिसे दिल्ली की जनता सारी,
फुटपाथो से लेकर सज रही है स्टेडियम की बत्ती सारी
मेहमान नवाजी के लिए तेयार है शीला सरकार हमारी,
आंखे मूंद कर रही है सभी तेयारी
विरोधी पार्टियों ने भी उठाई है आवाज़ ये भारी,
घोटालो की लग चुकी है खेलो को बीमारी
१५ दिनों की है इन्द्रधनुषी बरसात ये प्यारी ,
और प्रशासन ने पहेले ही कर ली अपनी जेबे भारी
मीडिया दिखता है जब असलियत सारी ,
तो आंखे फेर लेती है सरकार हमारी
कॉमनवेल्थ खेलो पर ही टिकी है अब तो नज़रे सारी,
पर जरा कॉमन मेन को भी पूछ लीजिये ,
आखिर उस्सी ने तो झेली है मुसीबते सारी
कॉमन मेन का जो हो रहा बुरा हाल है,
ये केवल कॉमनवेल्थ खेलो का ही कमाल है
--
वह कॉमनवेल्थ २०१० खेलो की है तेयारी
झेल रही है जिसे दिल्ली की जनता सारी,
फुटपाथो से लेकर सज रही है स्टेडियम की बत्ती सारी
मेहमान नवाजी के लिए तेयार है शीला सरकार हमारी,
आंखे मूंद कर रही है सभी तेयारी
विरोधी पार्टियों ने भी उठाई है आवाज़ ये भारी,
घोटालो की लग चुकी है खेलो को बीमारी
१५ दिनों की है इन्द्रधनुषी बरसात ये प्यारी ,
और प्रशासन ने पहेले ही कर ली अपनी जेबे भारी
मीडिया दिखता है जब असलियत सारी ,
तो आंखे फेर लेती है सरकार हमारी
कॉमनवेल्थ खेलो पर ही टिकी है अब तो नज़रे सारी,
पर जरा कॉमन मेन को भी पूछ लीजिये ,
आखिर उस्सी ने तो झेली है मुसीबते सारी
कॉमन मेन का जो हो रहा बुरा हाल है,
ये केवल कॉमनवेल्थ खेलो का ही कमाल है
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कॉमन मेन का जो हो रहा बुरा हाल है,
जवाब देंहटाएंये केवल कॉमनवेल्थ खेलो का ही कमाल है
-बिल्कुल सही.
प्रशासन ने पहेले ही कर ली अपनी जेबे भारी
जवाब देंहटाएंहद हो गर्इ है भारत में भ्रष्टाचार की भी.
yeh kewel commonwealth kahi hai kamal
जवाब देंहटाएंjiske liya hum sab hai pareshaan.........
Yaar badi shaandar poem hai
yeh kewel commonwealth kahi hai kamal
जवाब देंहटाएंjiske liya hum sab hai pareshaan.........
Yaar badi shaandar poem hai
अपने टैक्स के पैसों को आतिशबाजी, रौशनी और गुब्बारों के लावा भ्रष्टतम व्यक्तियों की जेब में जाते देखने को अभिशप्त आम आदमी की पीड़ा गुमनाम ही रह जाये, यदि ऐसी अभिव्यक्तियाँ उनकी भावनाओं को न मिल पाएं.
जवाब देंहटाएंYour blog is awesome...
जवाब देंहटाएंbahut accha!